दीपावली पूजन वर्ष २०१६





दीपावली का महा पर्ब यानि ज्ञान एवं समर्धि का प्रकाश परब दिनाक ३०-१०-२०१६ दिन रविवार नक्षत्र चित्रा योग प्रति कारन चर को होगा इस दिन चन्द्र तुला राशी में होंगे | ज्योतिष की एसी मान्यता है जिस वर्ष मंगलवार एवं रविवार की दीवली पड़े उस वर्ष खुशहाली किसान को मिलती है एवं सरकार एवं राष्ट को भी अच्छी सफलता मिलती है | दीपावली बाले दिन चित्रा नक्षत्र पड़ने के कारण इस योग की प्रबलता और अधिक बड जाती है | अत दिवाली के बाद केंद्र सरकार को विश्व स्थर पर सहयोग मिलेगा जो पाक के आतंकबाद पर भारी पड़ेगा | इस वर्ष देश का किसान को खेती में अच्छी पैदा होने एवं भाव अछे होने के कारन अच्छी सफलता मिलेगी | लेकिन सरकार की निति व्यापारियों के अति अधिक हित में नहीं होगी |सरकार नयी कर निति भी बाजार में बहुत बड़ा परिवर्तन नहीं ला सकेगी इस के साथ साथ देश की सरकार की पहनी निगाहे व्यापारियों के लाभ पर होंगी अत व्यापर में पारदर्शता अधिक होने के कारन काले बाजारी की कमी होगी एवं क्षेत्रीय बाज़ार के व्यापारियों के लाभ कम होंगे एवं अंतर राष्टीय स्थर पर व्यापार करने बालो को अच्छा लाभ होगा | राहू के सिंह राशी में होने साथ भारत की लडाई पक्स्थान के साथ आतंकबाद के खिलाप रुक रुक क्र चलती रहेगी जिस में मित्र राष्ट भारत का सहयोग करेंगे एवं पडोसी देश पाक की नीतियों से खपा होंगे | अत भारत का नेतत्व सफल होंगा एवं पाक के आतंक को पराजय मिलेगी |
दिवाली पूजन का समय -दुकान अदि में पूजन महूर्त -प्रात ब्रह्म महूर्त से १० बजे तक विशेष शुभ इस के साथ साथ अभिजित महूर्त ११.४० से १२.२० [दिन ] में अभिजित महूर्त होने के कारन पूजा विशेष सफ्लादायी होंगी |
२ - इस के साथ साथ शाम गो धूलि काल शाम ४.४० से ५.२० शाम भी पूजा का विशेष महूर्त है जिन में मकान प्रतिष्ठानों की पूजा करी जा सकती है |
घर में लक्ष्मी पूजन - शाम ७.४० से ०८.२० शाम एवं समान्य १० बजे एवं रात्रि अभिजित ११.४० [रात्रि ] १२.२० [रात्रि ] को रात्रि का अभिजित होने के कारन पूजा के विशेष महूर्त है | वैसे अभिजित काल जिस का समय ११.४० से १२.२० दिन या रात्रि को किसी भी पूजा के लिए विशेष शुभ माना जाता है |
अत आप सभी दिवाली के शुभ शुभ महूर्त पर पूजा कर समर्धि हासिल करे एवं जीवन की कठिन प्रस्थति में सफलता हासिल करे |
मेरी आप सभी साधको को दीपावली की ढ़ेर सारी शुभ कामनाये
दीवाली पर्ब आप सभी को आनंद दाई हो एसी मेरी आप सभी को शुभ कामनाये
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मंगल भवन  अमंगल  हारी, द्र्वयु सो  दशरथ  अजर बिहारी |
दीन दयाल  विरद  सम भारी,   हरयो  नाथ  मम शंकट भारी .||.
Pt.Shriniwas Sharma
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