Posts

Showing posts from January, 2015

भा जा पा को कठीन होगा दिल्ली में सरकार बनना

दिल्ली में चुनाबी गत विधि तेजी पर है पूरी दिल्ली में आप एवं भा ज पा के काटें की टक्कर है भा जा पा के अंदर कर्यकर्तायो में अंदर से निराशा है इस के साथ साथ इस मास में 05 मंगल बार होने के कारण केंद्र सरकार को अपने प्रयासों की सफलता का कोई खासा असर नहीं दिख लायी दे रही है अत क्षेत्रीय पार्टी यो की गत विधियां भा जा पा वोट के खेमे को कम्जोर्क्र सकती है |इन दिनों गुरु बक्रीचल रहा है जिस से हिन्दू वोटो का पहले की तरह एक जुट हो पाना कठीन है |इसी लिए भारतीय जनता पार्टी को अपने सफल नैतुयत हेतु लोहे के चने चवाने पद सकते है गुरु के बकरी होने के कारण भारतीय जनता पार्टी को हिन्दू वोटो का काफी नुकशान उठाना पड़सकता है लेकिन केंद्र में मोदी छवि उज्ज्वल रहेगी जिस के कारण दिल्ली में बहर्तीय जनता पार्टी बड़े दल के रूप में तू उभर कर आयेगी लेकिन हिन्दू वोट बतजाने के कारण सरकार बनने में असफल रह सकती है |गुरु 08 अप्रैल को मार्गी होगा तब तक केंद्र में सक्तारुद पार्टी को जनता का विश्वास कायम रखने हेतु कठिन चिनोतियो का सामना करना पड़सकता है |इस अबधि में कानून व्यवस्था देश के अंदर कमजोर रह सकती है तथा आतंकी चिनौ

मांगलिक दोष एवं उस के परिहार

Subject: मांगलिक दोष तथा उस के परिहा ज्योतिष में मांगलिक दोषों की चर्चा बड़े जोरो पर चलती आ रही है |किसी कुंडली में मांगलिक दोष होने पर जातक जातिका के माता पिता को बड़ी चिन्ता बन जाती है और ज्योतिषी से उस का उपाय लोग पूछते है \समाज में यह आम धरना बन गयी है कि मंलिक लड़का या लड़की की शादी मांगलिक लड़की या लड़का सो होनी चाहिए |जीवन के अनेक चढ़ाव एवं उत्तारमें जैसे विधवा या विधुर जो जाना या तलाकहोना या संतान न होना या फिर विवाहिक जीवन में प्रेम सब्न्धो की कमजोरी होना जहाँ तक की जीवन में दुर्घटना अदि को भी मांगलिक दोषा से अका जाता है | वैसे आधुनिक समाज मेंअन्धविश्वासो के करण तथा ज्योतिष का अनभिग्य लोगो के होथोमें जाने के कारण ज्योतिष की प्रमाणक ता दिनों दिन कम हो रही है | वैसे भविष्य जानने की इच्छा हर व्यक्ति हो होती है और किसी भी जीव का भविष्य केबल ज्योतिष द्वरा ही तैय किया जा सकता है लेकिन सत्यता यह कि वैसे हिदुस्थान में हर तीसरा व्यक्ति भविष्य बकता है हर तीसरा व्यक्ति डॉक्टर है |ज्योतिष के विषय में तो अन्धविश्वासो के अम्बारलगे हूए है इस में कोई संदेह नहीं है  क्या है मांगलिक योग

makr rashi men tryak grh sancahar

Subject: मकर राशी में तिरिय ग्रह संचार मध् मास में 06 जनवरी के बाद मकर राशी में तीन ग्रहों का संचार मकर राशी जिस का स्वामी शनि है में करेगा |ज्योतिष में शनि को जनता का कारकमाना जता है अतशनि की राशी में त्र  ग्रहों का संचार जनता में भय तथा कष्ट दाई सिध्ध होगा इस मास में जनता में नई बीमारियाँ उत्पन्न होगी |इस मास में पांच मंगल वार होने के कारण राजनीति गलियारों में हल चल तथा दक्ष्णि देशो में शंकट युध जैसी स्थति बनेगी |इन दिनों बंगाल की राजनेतिक समस्या बढेगी तथा छात्र भंग तक की स्थति भी देश के किसी हिस्से में बन सकती प्रक्रति में वायु प्रभाव बदलेगा एवं नई बीमारी उत्पन्न होगी उत्पन्न बीमारी स्वान फ्ल्वु का प्रकोप बाद सकता है इस लिए सरकार को जन हितो का ध्यान रखना चाहिए |इस मास में पांच मंगल होने के कारण पुलिस तथा जनता का विश्वास कम होगा चौरी लुटपाट की बारदात बढ़ेगी |बाजारों में दलहनों के भाव बढ़ेगे लेकिन सोने के भावो में कमी होने की सम्भावना है  -- कोहू न काहू क़र सुख दुःख दाता | निज कृत कर्म भोग फल पाता||   गरल सुधा रिपु करें  मिताई ,गोपद सिन्धु अनिल सितलाई . गरुण सुमेर रैन सम  ताहि

2015 men kendr sarkar ko chinautiya

वर्ष २०१५ का सुभ अराभ बुध बार की रात्रि में ०० .३० am पर हो रहा है अगर उस समय उदय होने बाले ग्रहों की बात करें तो इस प्रकार है - नव वर्ष के प्रवेश के समय क्रतिका नक्षत्र का प्रथम चरण होगा तथा लग्न कुंडली कन्या लग्न का है एवं स्पष्ट ग्रहों की स्थति इस प्रकार है - लग्न में राहू  शनि वरशिक राशी में  सूर्य एवं वुध की स्थति धनु राशी में होगा |मगल अपनी उच्च राशी शुक्र के साथ होगा  इस कुंडली के सपतम भाव केतु है अत इस वर्ष में आतंकबाद एक नई चिनोति होगी शुक्र का मंगल के साथ होने के कारण बलात्कार की घटना जन्म लेगी एवं पुलिस का अत्याचार कानून रहत होगा |आतंकबाद एवं यातायात के असुवधासरकार की समय समय पर नीद हराम कर देगी है | लेकिन नवांश का उदय दशम भाव से होने के कारण जो प्रस्थति उत्पन्न होगी प्रवर्तित होगी उस पर नियन्त्र कर लिया जायेगा | लेकिन वुध का गुरु के नावशमें होने के कारण देश में रोजगार के नए आयामखुलेंगे |जिस से युवायो को रोजगार मिलेंगे |बाज़ार में दिल्हन के तथा तिलहन के भाव महगे होगे | देश मेंसरकार के सामने उत्पन्न होगी लेकिन उनका समाधान भी होगी कुल मिलाकर नव वर्ष २०१५ देश के लिए उ