२८ सितम्बर २०१५ के चन्द्र ग्रहण का प्रभाव





चन्द्र ग्रहण का देश के पछमी भाग एवं अरबदेशो पर पड़ेगा प्राक्रतिक प्रभाव 
२८ सितम्बर २०१५ को होने बाले चन्द्र ग्रहण का प्रभाव पुरे देश में तो नहीं लेकिन देश के पक्ष्मी हिस्से में प्रभाव होगा |इस के साथ साथ अरब देशो में भी इसका प्रतकूल देखनो को मिल सकता है |चन्द्र ग्रहण का सीधा सम्बन्ध जल से होने के कारण समुद्र से सबंधित घटना घटित होने की पूरी संभवना है |चन्द्र ग्रहण के एक सप्ताहां पूरब एवं एक साप्ताहा बाद तक कमजोर मन बाले जातको को यात्रा से बंचित रखना चाहिए यह ग्रहण उतरा भाद प्रद नक्षत्र एवं मीन राशी में लगेगा |अत मीन राशी बाले जातको को या उन जातको को जिन की कुंडली में गुरु की भूमिका कमजोर है |किसी अप्रिय घटना से बचना चाहिए | ग्रहण कालमें विष्णू सहस्र नाम का पाठ एवं अपने इष्ट का पाठ जप तथा गायत्री मन्त्र का जप हित कर सिद्ध होगा |
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कोहू न काहू क़र सुख दुःख दाता |निज कृत कर्म भोग फल पाता||  
गरल सुधा रिपु करें  मिताई ,गोपद सिन्धु अनिल सितलाई .
गरुण सुमेर रैन सम  ताहि ,राम कृपा कर चितवें जाहि  ..
Pt.Shriniwas Sharma
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