ज्योतिष में भद्रा




ज्योतिष में भद्रा
ज्योतिष में भद्रा का अपना विशेष महत्व है |अगर कोई कार्य भूल कर भी भद्रा काल में शुरू कर दिया जाये तो वह भूल कर भी पूरा नहीं होता है इसीलिए कोई नयाकार्यकरतेसमय यायात्रा आदि करतेसमय भद्राका विशेषध्यानरखनाचाहिए|
ज्योतिषशास्त्रएवंपुराणों अनुसारभद्राके विषयमें दोमान्यताहै जो इसप्रकार है-
भद्रासूर्यकीपुत्रीहै एवंशनिकी छोटीबहन है भद्राका वर्णकलाएवंभयानक है केसलम्बेऔरदांत बिकराल है|मनाजाता हैकिजन्मते हीयहसंसार काग्रासकरनेकेलिए दौरीतथायगअदिमें बाधापहुचाने लगी उत्सव एवं मंगलकार्योमें बाधापहुचानेलगी तथा पूरेजगतको बाधापहुचानेलगी भद्राकेभयानकरूपएवं कार्यकेकारन उससेकोईविवहा करनेकोतैयारनहींथा|| सूर्यनारायण नेअपनीबेटी केविवहाकेलिए अनेकविवाहिकउत्सवोंकाआयोजनकिया लेकिन भद्रा द्वरा तौरण मंडप आदिसभीको खंडित करदिया जिससे आयोजनका विध्यंश होगया सूर्यनारायण नेभद्राको समझाने के लिएब्रह्मा जी सेप्रार्थनाकरी जिसपरब्रह्माजी द्वाराभद्रा को समझाया औरकंहा हेभद्रे तुम बव बालव कौलब तैतिल आदिचर करनो के अंत में सातवे कारन के रूप में स्थित रहो| जोव्यक्ति आप के समय यात्रा ग्रहप्रवेश खेती व्यापार उद्योग और अन्य मंगलकार्य करे आपउसकार्यमें विघन डालो जोआपकाआदर न करे उसका कार्य धवस्त करो| ब्रह्माजी काआदेशभद्रा ने मान लिया एवं बतायेगए निर्देशकापालनकरनेलगी|
ब्रह्मपुराण में एकदूसरीकथा है कि सूर्यने अपनीपुत्री भद्राका विवहा विश्वकर्माकेसाथ करदिया था|
कर्ण पंचांगकापाचवाअंगहै |अगरकिसीतिथिके दो हिस्सेकियेजायेतो प्रतेक हिस्सा कर्ण बनता है | शुक्लप्रतिपदाके उत्राद्ध क्रष्णचतुर्दशी केपुर्बार्ध २८तिथियों में आठ आब्रतीकर क्रमश बव बालब कौलब तैतिल गरवणिज तथाविष्ट नामक सात कारन माने गए है | क्योकियेअब्रतीकर मानेजाते है इसलिएइन्हेंकर्णकहाँ गया है|कर्षणपक्षकी चतुर्दशी केउतराध से शुक्लपक्षकीपुर्बार्थ तकचारस्थरकर्ण मानेजाते है जिनकेस्वामी इसप्रकारहै - इंद्र,ब्रह्मा,मित्र अर्यमा,भूमि ,श्री तथा एवं चर कारनके केस्वामी जोइसप्रकारहै - कलि,रूद्र,सर्प,मरुत चरकारनमेंसातवेकारन विष्टका नाम हीभद्रा मानाजाता है |जिसकास्वामी यमहै | जो भरणी नाक्षेत्र तथा दक्षिणदशा कास्वामीहै|

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कोहू न काहू क़र सुख दुःख दाता |निज कृत कर्म भोग फल पाता||  
गरल सुधा रिपु करें  मिताई ,गोपद सिन्धु अनिल सितलाई .
गरुण सुमेर रैन सम  ताहि ,राम कृपा कर चितवें जाहि  ..
Pt.Shriniwas Sharma
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