वर्षा का सन्देश




वुध के बक्री होने के कारण देरी से वर्षा के योग
08 जून २०१५ को वुध पूरब में बक्री हो रहा है |ज्योतिष में वुध प्रक्रति हवा अदि का कारक माना गया है |अत वुध के वक्री होने के कारण मानसून को नियत सथानो पर नियत समय में परेशानी होगी |फलस्वरूप समय पर किसानो के हित करने बाली वर्षा नहीं होगी |इस का मतलब यह नहीं वर्षा की कमी रहेगी लेकिन यह तो स्पष्ट है इस वर्ष भी ग्रामदेवता पर वर्षा समय पर मह्र्वान नहीं रहेगी

--
कोहू न काहू क़र सुख दुःख दाता |निज कृत कर्म भोग फल पाता||  
गरल सुधा रिपु करें  मिताई ,गोपद सिन्धु अनिल सितलाई .
गरुण सुमेर रैन सम  ताहि ,राम कृपा कर चितवें जाहि  ..
Pt.Shriniwas Sharma
Mo:9811352415                                                      
http://vedicastrologyandvaastu.blogspot.com/
www.aryanastrology.com
Professional charges :Rs1100/Patri,...Prashan  Rs 500
Central bank a/c: SB no: CBIN0280314/3066728613






Comments

Popular posts from this blog

विवाहिक बिलब को दूर करता है जानकी मंगल या पारवती मंगल का पाठ

दत्तक पुत्र

uch nivas nich kartuti