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नव संबत २०७१ का महत्य
   नव संबत २०७१ का शुभ आरभ दि ३१  मार्च २०१४ दिन सोमबार चेत्र शुक्ल प्रतिपदा  से हो रहा है  सोमवार से सुरु  होने के कारन इस वर्ष का राजा चन्द्र है  लेकिन नूतन वर्ष का आरम्भ ३०-मार्च की अर्ध रात्री  १२ बजे से होने के कारन  उत्रभद्रपद नक्षत्र व्रह्म योग तथा   वृश्चिक लगन में हो रहा है  ३१ मार्च २०१४  रेवती नक्षत्र  इंद्र योग  में  प्लवंग नमक सम्बत का आरम्भ होगा  नूतन संबत का शुभ आरम्भ दिन सोमवार से होने के कारन  गणेश विष्णु  दुर्गा पूजन का विशेष महत्व है
वर्ष के रजा का -प्रभाव --पलवंग नामक संबत होने के कारण  वर्ष में वर्षा माध्यम होगी तथा समाज में चोरी लूट  डकेती  छिना झपटी की वारदात अधिक वढेगी   नई  नई बीमारी पैदा होगी शासको में परसपर युध भय बना रहेगा भारत के शत्रु राष्ट भूमि कब्जाने की कोशिस करेंगे
रोहणी का वास -रोहणी का वास संधि पर होने के कारन वर्ष में खंड खंड वर्षा के योग है देश के कुछ राज्यो में अधिक वर्षा के कारन बाढ़ के योग है  जिस से भू खलन कृषि हानि के योग वांटे है  कुछ राज्यो में वर्षा की कमी के कारन भी कृषि को हानि होगी जिस से गेहू अदि के मूल्यो में भरी तेजी की सम्भावना है
संबत सर का  वास वैश्य के घर में  होने के कारण सभी आबस्यक वास्तु महगी होगी  राजनेता एवं व्यापारी सभी मिलकर भरी लाभ केन कारन  जनता के शोषक होगे 

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