जन अधिकारों का अनदेखा करेंगी सभी वर्तमान  सरकारें

ज्योतिष के अनुसार इन दिनों शनि अपनी उच्च राशी तुला में गोचर कर रहे हैं. मंगल का गोचर सूर्य की राशी सिंह में है जो मई अंत तक रहेगा दूसरी ओर गुरु एवं शनि के परस्पर दृष्टि भी है .
ज्योतिष में गुरु को कानून और ज्ञान का कारक मन जाता है तथा शनि को जनता एवं राज्य के संसाधनों का कारक माना गया है गुरु एवं शनि की परस्पर द्रष्टि इस बात का प्रतीक है की शनि की उच्चता के कारण जनता के पास जो संसाधन बढेंगे उस पर कानून की पैनी द्रष्टि होगी और जनता से हरण कर लिए जायेंगे. यद्यपि यह बात पूर्णतया सत्य है की गुरु के उच्च राशी में आनें के कारण समाज की उपभोग प्रवृति बढ़ेगी जिसे देखते हुए सरकारें अपनी नई कर नीति के तहत समय समय पर जनता के धन का हरण भी करती रहेगी जिस से जनता त्राहि त्राहि कर उठेगी.दूसरी ओर मंगल जो ज्योतिष में बल का कारक है का लम्बे समय के लिए सूर्य की राशी सिंह में आनें के कारण सरकारें निरंकुश  होंगी  तथा जनता के अधिकारों की पूर्ण रूप से अनदेखी करेंगी अर्थात सरकारों की अराजकता इस कदर बढ़ेगी की जनता विरोध प्रदर्शनों के द्वारा  अंकुश कायम नहीं कर सकेगी जिस के चलते सरकारों की अंतर्राष्ट्रीय सत्र पर भरसक आलोचना होनें की सम्भावना है. इसके साथ साथ गुरु की शनि पर दृष्टि  होना इस बात का भी प्रतीक है की सरकार के वृष्ट अधिकारी तथा मंत्री आदि भ्रष्टाचार एवं जनविरोधी नीतियों के कारण निरंतर फंसते रहेंगे.जिस के चलते दिसम्बर अंत तक केंद्र व राज्य सरकारों को भरी परेशानीओं  का सामना पड़ सकता है इस परेशानी में केंद्र सरकार के ज्यादा फस्नें की सम्भावना है.
वर्तमान गोचर राजनैतिक दृष्टिकोण से राष्ट्रहित में नहीं है..
  

Comments

Popular posts from this blog

विवाहिक बिलब को दूर करता है जानकी मंगल या पारवती मंगल का पाठ

दत्तक पुत्र

uch nivas nich kartuti