गुरु का कर्क राशि में प्रवेश
                                      १०जुन २०१४ को गुरु अपनी उच्च राशि कर्क में प्रवेश करेगा  उस दिन दिन मंगलवार  स्वाति नक्षत्र  पारधी योग में रात्रि १२ऽम पर प्रवेश करेगा गुरु का अपनी उच्च राशि में जाने के कारण  लोगो में धार्मिक आस्था बढ़ेगी  ईश्वरी श्रद्धा के साथ  साथ धार्मिक रुचि अधिक परवल होगी  मैध यानि ज्योतिष में गुरु को कानून करक मन गया है अतः देश की शांसद नए कानून बनायकी तथा पुराने कानूनो में फेर बदल करेगी  स्वतंत्र भारत की अगर कुंडली पर विचार किया जाये तो वह कर्क राशि की बनती  है  १० -जून २०१४ से गुरु स्वतंत्र भारत की कुंडली केन लगन में गोचर करेगा  प्रणाम सवरूप देश उन्नति की और अगर सर होगा  सरकार व्यापारीयो के हित में नए कानून बनाएगी देश की आर्थिक स्थति सुधरेगी  देश की सरकार की नीति मजबूत बनेगी देश में स्थीत धार्मिक स्थानो की विकाश हेतु सरकार नई नीति तैयार करेगी लेकिन मंगल का कन्या राशि में बक्री होकर स्थित होना  इस बात का प्रमाण है देश में पुलिस बल या सैनिक बल बदनाम होगे  तथा समाज में आतंक बाद चौरी लूट की घटना निरंतर बढ़ेगी जिस के कारन उत्तरप्रदेश की कानन व्यवशा चर्मराजाएगी  तथा कांग्रेश शासित प्रदेश भी बदनाम होगे  मंगल का शुक्र केन नवांश में गोचर केन कारण  बलात्कार छेड़ छाड़ की घटनाये  राज्यों की व्यवस्था से वाहर होगी ये स्थति १५ जुलाई २०१४ तक जयदा प्रभावी रहेगी बाजार में सोने के भाव गिरेंगे  टीलें  तिलहन तथा सफेद वस्तुओ के भाव बढ़ेंगे  देश में प्रत व्यक्ति आय बढ़ेगी  

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