नाऱी समाज को मिलेगा फिर से सम्मान 

देश के अन्दर निरंतर बढती बलात्कार की घटना भले ही मंविये मूल्यों का स्तर गिर रही हैन. जो इस समय भरी चिंता का विषय है. लेकिन ज्योतिषीय आधार पर पांच मार्च से मंगल का मीन राशी तथा कर्क के नवांश में प्रवेश हो गया है. शनि राहू का संचार तुला राशी एवं स्वाति तथा विशाखा नक्षत्र में है जिन का स्वामी शुक्र है तथा शुक्र का संचार कुम्भ राशी एवं सत्विषा नक्षत्र  में है जिसका स्वामी शनि है. गुरु जो वृष  राशी तशा रोहिणी नक्षत्र में गोचर कर रहे हैं रोहिणी नक्षत्र का स्वामी शुक्र है अतः उत्पन्न परिस्थिति पर विचार किया जाये तो शुक्र तथा शनि का बल प्रबल रूप में दिखाई देता है. जिस से  यह बात स्पष्ट है की देश के अन्दर कार्य रत सरकार है नारी सम्मान हेतु भरसक कदम उठायेंगी तथा नए कानून को व्यवस्था के तहत नारी अपराध उन्मूलन हेतु तत्पर रहेंगी .
लेकिन यह अलग बात है कि  मंगल जो इस समय मीन राशी में गोचर कर रहे हैं का नीच नवांश में आनें के कारण सैनिक बल तथा राजनैतिक अपराध एवं भ्रष्टाचार सरकार द्वारा उठाये गए क़दमों को सही रूप समाज में नहीं दे पाएगा .परिणाम स्वरुप सैनिक एवं पुलिस बल को लेकर कार्यरत सरकारों को देश एवं विदेश में राष्ट्रीय अपमान सहन  करना पड़ेगा जिसके चलते कार्यरत सरकारें ,सरकारी तंत्र एवं सैनिक बालों को लेकर नए कानून बनानें हेतु व प्रशासनिक कारवाही हेतु मजबूरन कदम उठाने के प्रयास करेगी .
मंगल का मीन राशी में संचार तथा नीच नवांश में गोचर इस बात का भी प्रतीक है की 13  अप्रैल तक रेल यातायात पर जन आन्दोलन आदि का भी असर हो सकता है. देश के पूर्वी भागों में कोई प्राकृत आपदा जिसका सम्बन्ध अग्नि से हो होनें की  संभावना है. 

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