गुरु के मार्गी होने के प्रभाब

गुरु के मार्गी होने के प्रभाब

जोतिष अनुसार जब जब शुभ ग्रह मार्गी होते है तब तब उनकी शुभता बढजाती है तथा बक्रीहोने  पर  उनकी अशुभता बदती है इस में कोई संदेह नहीं है .अशुभ ग्रह के बक्री होने पर उनकी अशुभता इतनी बढ जाती है किसमाज में अनेक प्रकार के तनाब असमानता उत्पन होती रहती है कि जन जीवन तिराहतिराह करने लगता है .अनेक प्रकार कीघटना घटने लगती है इस में कोई संदेह नहीं है शभ ग्रह जब जब मार्गी होते है तब तब उनकी शुभता इस प्रकार बदने लगती है किसमाज में उसका सीधा असर सीधा देखने को मिलता है इस में कोई संदेह नहीं है  इन दिनों शनि का कन्या राशी में बक्री होना प्राक्रतिक अशुभता को बढारहा है  दूसरी ओर मगल का अपनी नीच राशी कर्कमें आना पुलिस सेना की कमजोरी सैनिक बालो का जनता पर अतियाचार क़ानूनी      बालो की कमजोरी की ओर संकेत करता  है इस में कोई संदेनहई   i है  इन दिनों जोतिष अनुसार मंगल तथा शनि का बक्री होना समाज के लिए कास्ट दाई बन गया है लेकिन गुरु की शनि पर द्र्स्टीहोने  के कारण समाज में बचाब होता रहेगा .शनि 30may को मार्गी होगा तथा मंगल के १०मर्च को मार्गी होने से जनता की समस्या कुछ हल होगी सैनिक बल पुलिस की शोच सुधरेगी जनता को रहत मिलेगी लेकिन जहा तक क़ानूनी व्यवस्ता का सवाल है वह तो 2may को गुरु के मीन राशी में राशी परवर्तन कें समय सम्भबहो सकेगा गुरु के नई राशी में प्रबर्तन ही जनता को रहत देगा 'इस में कोई पर्बर्तन सम्भब नहीं hai

Comments

Popular posts from this blog

विवाहिक बिलब को दूर करता है जानकी मंगल या पारवती मंगल का पाठ

दत्तक पुत्र

uch nivas nich kartuti