Posts

Showing posts from April, 2016

मंगल के बक्री प्रभाव

१७ अप्रैल २०१६ से मंगल बक्री चल रहा है जो २९ जून २०१६ तक बक्री रहेगा |मंगल के बक्री होने के कारन पिछली राशी तुला के प्रभाव बढ़ जायेंगे |मंगल को भूमि का पुत्र माना जाता है एवंअग्निकाकारकमनाजाताहैएवंपुलि सबलकाभीकारकहै मंगल इस लिए इन दिनों भूमिसबंधी घटना भूकम्पआदिकीघटनाबड सकतीहै एवंअग्निसबंधी उपकरणों एवं एवं अग्निलगने से जन मानस कोहलकीफुल्की छति होनेकी पूरण सम्भावना है | इसकेसाथसाथ२९जूनसे बुध जैसाशुभग्रहभीबक्रीहोगा जिस से बाजारकेहालत खराबहोगे एवं महगाई की मार से जनता तराह तराहकरेगी| मंगलकेबक्री होने के कारन साधारण समाज में आम लोग छोटीछोटीबातोपर लड़ते नजर आयेगे| अत अति अबस्यकहै कि समाजमेंशांतिकेसाथजीवनयापनकिया जाये लोग सहनशीलतारखे एवं धेर्यका परचय दें एवं भगवान परभरोशारखे| -- कोहू न काहू क़र सुख दुःख दाता | निज कृत कर्म भोग फल पाता||   गरल सुधा रिपु करें  मिताई ,गोपद सिन्धु अनिल सितलाई . गरुण सुमेर रैन सम  ताहि ,राम कृपा कर चितवें जाहि  .. Pt.Shriniwas Sharma Mo:9811352415                                                       http:// vedicastrologyandvaastu. blogspot.com/ w

नब सम्बत सौभ्य का वार्षिक फल

नव सम्बत सर सौभ्य नामक सम्बत का शुभ आरंभ दिनाक ०८ -अप्रैल २०१६ दिन शुक्रवार  वशंत नवरात्री से होगा  यदपि नव सम्बत सर का शुभ आरंभ रेबती नामक नक्षत्र दिन दिन गुरुवार शाम १६.३०  से सिंह लग्न में होगा लेकिन वशंत नवरात्री का शुभ आरंभ दिन शुक्रवार प्रतिपदा से होने के कारन  इस का प्रभाव मान्य होगा |  इस सम्बत सर का शुभ आरंभ शुक्रवार से होने के करण इस वर्ष का राजा  शुक्र होगा  एवं उस का मंत्री  बुध होगा |वर्ष का राजा शुक्र होने के कारन समाज में नारियो का समान बढ़ेगे  समाजिक जीवन में बिलास्ता होगी  लोगो में उपभोग प्रब्रती बढ़ेगी |सरकार की आर्थिक निति सफल होगी  तथा देश में शांति कायम रहेगी देश में अनकूल पैदा होगी  सरकार की नीतियों से गरीबो को लाभ होगा |लेकिन समाज में  अवैध सम्बन्धो  का  ग्राफ काफी   ऊचा   होगा  | मंत्री   बुध  ----इस वर्ष का मात्री बुध  होने के कारन समाज में संगीत का शौक बढ़ेगा  लोग संगीत के प्रति अभरुची पैदा करेगा देश में बोलिबूड कला को इस वर्ष अच्छी उन्नति मिलेगी  समाज में लोग नाच गाने के अछे शौक़ीन होंगे समाज में कला कौसल का प्रभाव बढ़ेगा | इस वर्ष में होने बाली महत्व पूर