china par arthik prtibandh
आज जंहा पूरा विश्व में जहा कोरोना का संकम्रण चर्म पर है.इस संकम्रण की जननी चीन का माना गया है | इतना ही नहीं चीन के वुहान शहर से उत्पन्न कोरोना ने विश्व भर बड़े पैमाने पर जाने गई है यानि विश्व भर में ४ १४ ५ ८८ से अधिक लोगो की मौत हो चुकी है | पुरे विश्व में चीन को लेकर नफरत के अंकुर उत्पन्न हो गए है |
अगर ज्योतषीय आधार पर बात करे तो चीन की कुंडली २८ अक्टूबर १९५९ अनुसार मकर लग्न एवं मकर राशि की बनती है नम्ब्बर २०१९ में चीन की कुंडली में शनि की दशा बीत चुकी है एवं बक्री बुध की दशा चल रही है जिस की स्थति नवांश में अच्छी नहीं है जो इस बात का संकेत हैं की चीन की सोच कभी भी विश्व के लिए अच्छी नहीं रही है | सप्तम घर में स्थित नीच का मंगल चीन के नीच कर्मो के दवरा विश्व में सफलता की और उठे कदमो की और संकेत देता है चीन के तीसरे भाव में राहु जो गुरु की राशि में हैतीसरा घर काम तिरकॉड भाव कुंडली का माना जाता है तीसरे भाव में बैठे ग्रह जीवन में बहुत बड़ा परिवर्तन लाते है शनि की दशा से पहले चीन की कुंडली में गुरु की दशा थी जो १६ वर्ष रही इस से पहले राहु की दशा जी बहुत अनकूल रही है | इन दशाओ के चलते चीन का विश्व स्तर पर नाम रहा है | लेकिन इन दिनों चलने बाली बुध की दशा चीन के लिए ठीक नहीं रहेगी | २१ जून २०२० दिन रविवार को चूड़ामड़ी सूर्य ग्रहण होगा इस के बाद बड़े स्तर पर अमेरिका चीन एवं पाकिस्तान के अंदर बड़े पैमाने पर आंतरिक कलह एवं प्राकृतिक आपदा के बादल मडराने लगेंगे एवं चीन के अंदर चलने बाला व्यापर एवं चीन से विश्व में चलने बाला व्यापर सभी की स्थति खराब होने लगेगी एवं चीन पर आर्थिक प्रतिबंद एवं चीन को लेकर विश्व में शीत युद्ध जारी रहेगा . यद्यपि यह समय भारत के लिए भी अनकूल नहीं रहेगा पर विश्व भर के अधिकतर देश चीन के खिलाप अबाज उठाने लगेंगे जिस का प्रभाव ०५ जुलाई २० के बाद स्पष्ट दिखलाई देने लगेगा | किसी सूर्य ग्रहण का प्रभाव अधिकतम ६ महीने होता है अत २१ जून केसूर्य ग्रहण के प्रभाव से उठने स्वर ६ महीने में चीन के खिलाप विकराल रूप लें लेंगे जिस से युद्ध जैसे हालत बनेगे | जब १८ जून २०२० को मंगल मीन राशि में आएगा तब चीन फिर विश्व के सामने केमिकल या आधुनक हथियारों दवरा विश्व को अपनी काली करतूतों का परचय दैय लेकिन यह बात सत्य है की चीन को अब विनास कारी समय देखना पड़ेगा।
पंडित श्रीनिवास शर्मा { देवज्ञ }
9811352415 . 8826731440
email ; shriniwas 73 @ gmail .com
अगर ज्योतषीय आधार पर बात करे तो चीन की कुंडली २८ अक्टूबर १९५९ अनुसार मकर लग्न एवं मकर राशि की बनती है नम्ब्बर २०१९ में चीन की कुंडली में शनि की दशा बीत चुकी है एवं बक्री बुध की दशा चल रही है जिस की स्थति नवांश में अच्छी नहीं है जो इस बात का संकेत हैं की चीन की सोच कभी भी विश्व के लिए अच्छी नहीं रही है | सप्तम घर में स्थित नीच का मंगल चीन के नीच कर्मो के दवरा विश्व में सफलता की और उठे कदमो की और संकेत देता है चीन के तीसरे भाव में राहु जो गुरु की राशि में हैतीसरा घर काम तिरकॉड भाव कुंडली का माना जाता है तीसरे भाव में बैठे ग्रह जीवन में बहुत बड़ा परिवर्तन लाते है शनि की दशा से पहले चीन की कुंडली में गुरु की दशा थी जो १६ वर्ष रही इस से पहले राहु की दशा जी बहुत अनकूल रही है | इन दशाओ के चलते चीन का विश्व स्तर पर नाम रहा है | लेकिन इन दिनों चलने बाली बुध की दशा चीन के लिए ठीक नहीं रहेगी | २१ जून २०२० दिन रविवार को चूड़ामड़ी सूर्य ग्रहण होगा इस के बाद बड़े स्तर पर अमेरिका चीन एवं पाकिस्तान के अंदर बड़े पैमाने पर आंतरिक कलह एवं प्राकृतिक आपदा के बादल मडराने लगेंगे एवं चीन के अंदर चलने बाला व्यापर एवं चीन से विश्व में चलने बाला व्यापर सभी की स्थति खराब होने लगेगी एवं चीन पर आर्थिक प्रतिबंद एवं चीन को लेकर विश्व में शीत युद्ध जारी रहेगा . यद्यपि यह समय भारत के लिए भी अनकूल नहीं रहेगा पर विश्व भर के अधिकतर देश चीन के खिलाप अबाज उठाने लगेंगे जिस का प्रभाव ०५ जुलाई २० के बाद स्पष्ट दिखलाई देने लगेगा | किसी सूर्य ग्रहण का प्रभाव अधिकतम ६ महीने होता है अत २१ जून केसूर्य ग्रहण के प्रभाव से उठने स्वर ६ महीने में चीन के खिलाप विकराल रूप लें लेंगे जिस से युद्ध जैसे हालत बनेगे | जब १८ जून २०२० को मंगल मीन राशि में आएगा तब चीन फिर विश्व के सामने केमिकल या आधुनक हथियारों दवरा विश्व को अपनी काली करतूतों का परचय दैय लेकिन यह बात सत्य है की चीन को अब विनास कारी समय देखना पड़ेगा।
पंडित श्रीनिवास शर्मा { देवज्ञ }
9811352415 . 8826731440
email ; shriniwas 73 @ gmail .com
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