कठिन होगा सरकार बनाना
कठिन होगा सरकार बनाना
ज्योतिष के अनुसार अगर स्वतन्त्र भारत की कुंडली का आंकलन किया जाए जो वरिश लगन तथा कर्क राशी की बनती है। इस के अनुसार कर्क राशी पर शनि का गोचर सादे साती का प्रबल विपरीत प्रभाव होने के कारण देश में रहनैतिक संकट बने रहेंगे। इस के साथ साथ दो मई से गुरु के मार्गी होने के कारण राजनैतिक प्रतिकूलता और भी बढ जायेंगी फलस्वरूप किसी भी दल को स्पष्ट बहुमत मिलने के ज्योतिशिये संकेत नहीं हैं। १५ अगस्त २००९ तक देश की कुंडली में शुक्र में केतु का अन्तर इस बात की ओर भी संकेत करता है कि १५ अगस्त तक सरकारी तंत्र कि कमजोरी के कारण तथा जनता का विश्वास वरिष्ट एवं गणमान्य राज नेताओं के स्वाभिमान को भी धूमिल कर सकता है। अतः राजनीती के कारण समाज में आंतरिक कलह होने कि भी संभावना है। प्रधान मंत्री इन वेटिंग श्री लाल कृष्ण अडवाणी जी कि कुडली को देखा जाए जो वृश्चक लगन तथा मेष राशी कि बनती है जो एक राजनैतिक योग के साथ साथ राजनैतिक अड़चन भी दिखला रही है श्रीमती सोनिया गाँधी जी कि कुंडली विवेचना से पता चलता है कि उनकी कुंडली में राजनैतिक संगठन का प्रभुता पूर्ण योग है। लेकिन प्रधान मंत्री पद पैर बने रहना तथा राष्ट्रिय सेवा प्रधानमंत्री के रूप में करने के योग दीखाई नहीं दे रहे। इसके अलावा कांग्रेस के जनरल सेक्रेटरी एवं युवा नेता श्री राहुल गाँधी कि कुंडली के अनुसार भी प्रधान मंत्री पद का योग अभी नहीं है।डॉक्टर मनमोहन सिंह जी कि कुंडली का विश्लेषण करें तो जन्म नॉर्थ वेस्ट फ्रन्तिएर जिला हंगू गाँव गह २६ सितम्बर १९३२ दोपहर १२ बजे है। इस के अनुसार इनकी कुंडली मीन लगन एवं धनु राशी कि बनती है इस समय चलने वाली दशा शुक्र में शनि २९-५-२००८ से २९-०२-२०११ तक है। जो एक अच्छी स्थिति को दर्शाता है। अतः दशा के इस अन्तर में डॉक्टर मन मोहन सत्ता संपन्न अवं लोकप्रिय व्यक्ति के रूप में जाने जायेंगे। २ मई के बाद गुरु का बदला गोचर इनकी राजनितिक सफलता को बढ़ाने के और भी सफल संकेत देता है अतः यह हो सकता है कि तमाम राजनितिक गतिविधियों एअवं विरोधी ताकतों के बाद भी डॉक्टर मनमोहन सिंह ही प्रधान मंत्री पद का नेतृत्व करें।
अन्यथा एक सशक्त लोकप्रिय राज नेता के रूप में देश की सेवा करते रहेंगे।
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