विवाहिक बिलब को दूर करता है जानकी मंगल या पारवती मंगल का पाठ
Subject: कन्यायो के विवाहिक बिलब को दूर करता है पाठ जानकी मंगल या पारवती मंगल -- आज घर घर में कन्याओ के विवहा में अरचन की कहनी आम हो गयी है आज दहेज़ की कमी या योग्य वर न मिलने की स्थति में लड़कियो की अवस्था बड़ी हो जाती है तथा माता पिता को दिन रात चिन्ता बनी रहती है |अगर किसी तरह से बात बन जाये तो रिश्ता टूटना सहज या आम बात हो गयी है |इ सभी समस्याओ को माँ भगवती या माँ जानकी जी क्रपा से ही दूर किया जा सकता है |इन की क्रपा से ही विवहिकजीवन में बिलब की बाधा दूर होगी साथ ही साथ विवाहिक जीवन आनन्द दाई होगा इस में कोई संदेह नहीं है |अत साधक को शुक्ल पक्ष की पूरनमा या अष्टमी से निरंतर 11 दिन एक पाठ प्रत दिन के हिसाब से पाठ करना मंगल कारी होता है | इस अनुष्ठान में देवी के चित्र को सिंदूर लगाना तथा कपूर आरती करना न भूले एवं पंच उपचार से देवी का पूजन करना चाहिए |जो सभी कामनायो को पूरण करेगा कोहू न काहू क़र सुख दुःख दाता | निज कृत कर्म भोग फल पाता|| गरल सुधा रिपु करें मिताई ,गोपद सिन्धु अनिल सितलाई . गरुण सुमेर रैन सम ताहि ,राम कृपा कर चितवें जाहि ...
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