अरिष्ट्कारी ग्रहों के राजनैतिक प्रभाव
अरिष्ट्कारी ग्रहों के राजनैतिक प्रभाव
देश के अन्दर इन दिनों हर क्षेत्र में हलचल मची हुई है. कहीं पैर पुलिस द्वारा निस्सहाय लोगों पर बरबस लाठी चार्ज एवं मानवीय अधिकारों का हनन है तो दूसरी ओरे राज नेताओं का आपस में शीत युद्ध.बाबा रामदेव व माननीय अन्ना हजारे जी का आमरण अनशन और धरना प्रदर्शन का सिलसला जोरों पर है जिस से देश के अन्दर हलचल मची हुई है |
ज्योतिष के अनुसार देश की कुंडली वरिश लगन तथा कर्क राशी की है ९ मई २०११ से गुरु जो इस कुंडली का अष्टमेश तथा एकादशेश है का गोचर १२ वें भाव (संन्यास भाव ) में है जिससे देश के अन्दर कानून व्यवस्थ कमजोर पड़ गयी है एवं जन समस्याएं निरंतर बदती जा रही है लेकिन शनि का गोचर कन्या राशी तथा शुक्र के नवांश में होने के कारण देश की नयायपालिका अपनें अंकुशों के द्वारा राज नेताओं की जन विरोधी नीतिओं का दमन करनें में सफल होगी.
१३ जून २०११ से मंगल का गोचर वरिश राशी में ही है .मंगल देश की कुंडली का सप्मेश व द्वादशेश है जो पालिक बल एवं सैनिक कारवाही का प्रतीक है १५ जून को जब चंद्रमा रहू के साथ वृश्चक राशी में होगा फलस्वरूप देश में राजनैतिक संकट तथा सैनिक दलों के दुष्प्रभाव बदनें की पूरी सम्भावना है अतः ऐसी स्थिति में आंतरिक कलह या पडोसी राष्ट्रों को लेकर सैनिक कार्यवाही संभव है. जिस से देश की नीतिओं की अंतर्राष्ट्रीय पटल पर बड़े पैमानें पर आलोचना की सम्भावना है.वस्तुतः राजनैतिक संकट देश में २६ जून २०११ तक रहनें की सम्भावना है.
दूसरी और शनि के कन्या राशी तथा शुक्र के नवांश में होनें के कारण समाजसेवी अन्ना हजारे व किरण बेदी,अरविन्द केजरीवाल,स्वामी अग्निवेश,प्रशांत तथा शांति भूषण के जन आन्दोलन को सफलता की ऑर बढनें के कदम दिखाई दे रहे हैं इनकी नीतिओं का सामाजिक सहयोग के साथ साथ न्यायालयों द्वारा क़ानूनी सहयोग भी मिलेगा फलस्वरूप सत्र्कार की राजनैतिक गन्दी नीति तथा अधिकारिओं की जनविरोधी इच्छों पर नियंत्रण होने की सम्भावना है.सरकार को झुकना पड़ेगा अन्ना जी सफल होंगे.इसके साथ साथ आन्दोलनकारी बाबा रामदेव तथा आचार्य बालकिशन के जीवन में ग्रहों के अरिष्ट्कारी प्रभाव हैं .अगर बाबा रामदेव की बात करें तो उनके जीवन में लगने वाली शनि की साडेसाती तथा शनि का नीच राशी में होना इस ऑरसंकेत देता है की इन पर क़ानूनी शिकंजा बढता जायेगा तथा इनकी लोकप्रियता में दिन प्रतिदिन कमी होगी तथा आर्थिक समृद्धि को भी बहुत बड़ा झटका लगेगा. फलस्वरूप उन्हें यह सलाह दी जाती है की आचर्य बल्क्रिशन तह बाबारामदेव किसी षड्यंत्र से सावधान रहते हुए क़ानूनी प्रक्रिया से अपना बचाव रखें.
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