वास्तू में पेरामिड का रेहास्य
वास्तू बसने की एक एसी कला है जिस के द्वारा मानब का चाहु मुखी विकाश संभब है
वैसे वास्तू के दोसो को दूर करने के अनेक उपाय वास्तू बिदोने कहे है
जिस में एक पिरामिड है
पिरामिड अकरती में उर्जा एकर्तीत करने की एक अनोखी शक्ती है जो अपनी सकारात्मक उर्जा के द्वारा नकारात्मक उर्जा को दूर करता है
इसी लिये प्राचीन काळ से ही वास्तू में पिरामिड का विशेष महत्य रहा है
वैसे पिरामिड का जन्म मिस्र की शाभ्य्ता में सबसे पहले कहा गया है
लेकीन इस का मतलब ये नही की भारतीय सभ्यता में इसका कोई महत्य नही है
भारत की धार्मिक इमारते की उपरी अकरती जिसे बोल चल की भाषा में गुमद कहा जाता है
एक प्रकार का चातुस्य कोनीयपिरामिड ही है
जो हमे अध्यात्मिक सुख तथा सन्ति प्रदान करने बाला होता है
वेसे किसी भी धार्मिक स्थळ चाहे वह मंदिर हो या मस्जिद या फिर चर्च या गुरुद्वारा सभी की उपरी अकरती गुमद अकरती का एक पिरामिड है
पिरामिड का महत्य वास्तू में सबसे अधिक है
क्योकि पिरामिड अकर्तीको कही भी वास्तू दोष युक्त जगह पर लागनेसे वास्तू दोष दूर होता है
लेकीन निर्भर करता है की पिरामिड की आक्र्ती सयाज आदि क्या हो
वास्तू अन्स्वार पिरामिड तीन प्रकार के होते है -१-चातूस कोरिया पिरामिड २-सठकौरिया पिरामिड ३-अस्टकौरिया पिरामिड
इन पैरामिडो की किसी एक आक्ती को वास्तू दोष वाले स्थान पर लागा कर वास्तू दोष दूर किया जा सकता है
कहा लागये घर के अंदर पिरामिड - घर के अंदर पिरामिड का अपना विशेष महत्य है पिरामिड अकर्ती का कमरा अगर आपके भवन के ईशान दिशा में बना हो तो क्या कहना -- परिवार में परम शांती चाहु मुखी विकाश सब कुच्छ मिलता है
ये जगह विद्या अध्यन के लिये सबसे उत्तम मानी जाती है
इसी लिये अगर आपके भवन में अनेक प्रकार के वास्तू दोष है तो आप ईशान दिशा में पिरामिड अकर्ती का कमरा बन बये सभी प्रकार के दोषो को दूर करेगा
लेकीन पिरामिड अकर्ती बाले कमरे के अंदर भिगे बदन जाना मैथुन कर्म करना तथा सोना सभी बर्जीत मना गया है
कहा ना बनाये पिरामिड - वास्तू में पिरामिड का विशेष महत्य तो है लेकीन इस के दोष भी भायानिक माने गये है इसी लिये पिरामिड के अंदर सोना खान भिगे बदन बेठ्ना मैथुन कर्म करना सभी गळत माने गये है अतः आप अपने स्यान कक्ष में भूल कर भी पिरामिड ना लागये
इस के साथसाथ नेर्त्या दिशा तथा आग्नेय दिशा में पिरामिड कभी भल कर भी नही लागानी चाहिये कियोकी इन दिशा में अनकूल उर्जा की भारी कमी होती है
इन दिशा में पिरामिड अतियंत दुख दायी होता है
वैसे वास्तू के दोसो को दूर करने के अनेक उपाय वास्तू बिदोने कहे है
जिस में एक पिरामिड है
पिरामिड अकरती में उर्जा एकर्तीत करने की एक अनोखी शक्ती है जो अपनी सकारात्मक उर्जा के द्वारा नकारात्मक उर्जा को दूर करता है
इसी लिये प्राचीन काळ से ही वास्तू में पिरामिड का विशेष महत्य रहा है
वैसे पिरामिड का जन्म मिस्र की शाभ्य्ता में सबसे पहले कहा गया है
लेकीन इस का मतलब ये नही की भारतीय सभ्यता में इसका कोई महत्य नही है
भारत की धार्मिक इमारते की उपरी अकरती जिसे बोल चल की भाषा में गुमद कहा जाता है
एक प्रकार का चातुस्य कोनीयपिरामिड ही है
जो हमे अध्यात्मिक सुख तथा सन्ति प्रदान करने बाला होता है
वेसे किसी भी धार्मिक स्थळ चाहे वह मंदिर हो या मस्जिद या फिर चर्च या गुरुद्वारा सभी की उपरी अकरती गुमद अकरती का एक पिरामिड है
पिरामिड का महत्य वास्तू में सबसे अधिक है
क्योकि पिरामिड अकर्तीको कही भी वास्तू दोष युक्त जगह पर लागनेसे वास्तू दोष दूर होता है
लेकीन निर्भर करता है की पिरामिड की आक्र्ती सयाज आदि क्या हो
वास्तू अन्स्वार पिरामिड तीन प्रकार के होते है -१-चातूस कोरिया पिरामिड २-सठकौरिया पिरामिड ३-अस्टकौरिया पिरामिड
इन पैरामिडो की किसी एक आक्ती को वास्तू दोष वाले स्थान पर लागा कर वास्तू दोष दूर किया जा सकता है
कहा लागये घर के अंदर पिरामिड - घर के अंदर पिरामिड का अपना विशेष महत्य है पिरामिड अकर्ती का कमरा अगर आपके भवन के ईशान दिशा में बना हो तो क्या कहना -- परिवार में परम शांती चाहु मुखी विकाश सब कुच्छ मिलता है
ये जगह विद्या अध्यन के लिये सबसे उत्तम मानी जाती है
इसी लिये अगर आपके भवन में अनेक प्रकार के वास्तू दोष है तो आप ईशान दिशा में पिरामिड अकर्ती का कमरा बन बये सभी प्रकार के दोषो को दूर करेगा
लेकीन पिरामिड अकर्ती बाले कमरे के अंदर भिगे बदन जाना मैथुन कर्म करना तथा सोना सभी बर्जीत मना गया है
कहा ना बनाये पिरामिड - वास्तू में पिरामिड का विशेष महत्य तो है लेकीन इस के दोष भी भायानिक माने गये है इसी लिये पिरामिड के अंदर सोना खान भिगे बदन बेठ्ना मैथुन कर्म करना सभी गळत माने गये है अतः आप अपने स्यान कक्ष में भूल कर भी पिरामिड ना लागये
इस के साथसाथ नेर्त्या दिशा तथा आग्नेय दिशा में पिरामिड कभी भल कर भी नही लागानी चाहिये कियोकी इन दिशा में अनकूल उर्जा की भारी कमी होती है
इन दिशा में पिरामिड अतियंत दुख दायी होता है
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