दशम घर में स्थित शुक्र तथा उसके प्रभाव
दशम घर में स्थित शुक्र तथा उसके प्रभाव
ज्योतिष अनुसार शुक्र ग्रेह को सुख का कारक माना गया है. मानवीय जीवन में सभी प्रकार की भौतिक समृद्धि शुक्र की प्रबलता के कारण ही मिलती है. इसी लिए ज्योतिषियों ने शुक्र को सुख का सम्राट तथा भोगों का बादशाह कहा है.अतः मानवीय जीवन में सभी प्रकार की विलासता शुक्र की स्थिति पर निर्भर करती है .
काल पुरूष की कुंडली के अनुसार शुक्र दुसरे तथा सातवें घर का स्वामी है इसलिए विवाह से परिवार और समाज से सभी प्रकार के सुख शुक्र की शुभता पर ही निर्भर करते हैं कुंडली में शुक्र की स्थिति कमजोर होने से मानव का जीवन अस्थिर हो जाता है तथा वह निराशा पूर्ण स्थिति में जीवन जीता है. अपने स्वाभिमान की स्थिति को लेकर समाज व परिवार के द्वारा बार बार धिक्कारा जाता है. दसवें घर में स्थित शुक्र काम की प्रबलता तथा शारीरिक सुख में वृद्धि करता है.
काल पुरूष की कुंडली के अनुसार दसवां घर शनि का पक्का घर माना जाता है.इसमे स्थित शुक्र प्रबल तथा स्थाई सुख समृद्धि देने वाला कहा जाता है ऐसे जाताकों को महिला वर्ग द्वारा विशेष सम्मान तथा सुविधा दी जाती है. लेकिन दसवें घर में स्थित शुक्र पीड़ित अवस्था में या मंगल और शनि की राशी में है तो ऐसा जातक महिलाओं के साथ विश्वासघात करने वाला व्यसनी तथा उनका शारीरिक शोषण करने वाला होता है.
दसवें घर में स्थित शुक्र का सप्तम से चतुर्थ भावः होता है। इसीलिए ऐसे जातकों को अपनी सुख सुविधाओं के लिए अपनी पत्नी पर निर्भर रहना पड़ता है.
अतः ऐसे जातकों को जोरू का गुलाम कहा गया है। लेकिन अगर शुक्र पीड़ित है तो जातक को अपनी कमजोर परिस्थिति के कारण परिवार में कलह तथा पत्नी से व महिला समज से अनेक प्रकार के अपमान भी सहन करने पड़ते हैं.ऐसे जातकों पर पीड़ित शुक्र के कारण अनेक प्रकार के झूटे आरोप तथा उनकी कानूनी सज़ा भुगतनी पड़ती है.अगर दसवें घर का शुक्र नवांश कुंडली में सूर्य मंगल के नवांश में है तो ऐसे जातक महिलाओं से देह व्यापार का धंधा भी करवाते हैं या फिर महिला वर्ग को विश्वास में लेकर उनके चरित्र के सत्रह खिलवाड़ करते हैं। दसवां घर
मनुष्य की इच्छा व आकांक्षों का है अगर शुक्र शुभ वर्ग व शुभ प्रभाव में है तो जातक साहित्य एवं संगीत,नृत्य कला आदि में प्रवीन होकर ख्याति प्राप्त करता है लेकिन परिवार के अंदर पत्नी से अपमान ही सहन करने पड़ते हैं.अगर किसी महिला की कुंडली में दशम घर में स्थित शुक्र योग करक या शुभ प्रभाव में है तो फ़िल्म या संगीत क्षेत्र में ऐसे महिलाएं विशेष ख्याति प्राप्त करती हैं किंतु उन्हें अपने सुहाग की तरफ से परेशानी उठानी पड़ती है यहाँ तक sउहाग के पोषण के लिए जीवन भर उन्ही को व्यवस्था करनी होती है.दसवें घर में शुक्र यद्यपि भौतिक संसाधनमें अत्यधिक वृद्धि करता है.लेकिन महिला वर्ग पर निर्भर रह कर। महिला वर्ग में सहयोग करने वाली महिला उसकी पत्नी ही नहीं अपितु सम्बन्ध भावः में कोई अन्य भी हो सकती है। ऐसे जातकों के पीछे किसी महिला का हाथ होता है।
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