Posts

Showing posts from September, 2016

नव चंडी का पाठ एवं निर्वाण मन्त्र

--  शनि एवं राहू कीशांति करे देवीके नवचंडीपाठ एवं निर्वाण मन्त्र से ०१ -१०-२०१६ दिनशनिवार सेनवरात्री महापर्ब एक अनोखी झलक लेकर आरहा है| इसवार नवरात्रिपर्ब काशुभआरंभदिन शनिवार हस्तनक्षत्र ब्रह्मयोग कि कारनसे होरहा है इसदिन चन्द्र कन्याराशीमें होगा| वैसेदेवीकानिर्माण मन्त्र एवं दुर्गा सप्तसतीका पाठ सभी रोग ए वं शोकका नास करने बाला होता है | इस में शरद कालीन नवरात्रीयो का विशेष महत्व है | जिनजातकोपर राहू की नकारात्मक दशा है या शनि की नकारत्मक दशा या शनिकी साढ़ेसाती का प्रकोप है| तो देवीका नवचंडीपाठ कराये एवंदेवी केनिर्माण मन्त्र काजप एवं कलेतिल साबुतउर्द शहद बड़ी इलायची लोग एवं जायफल केसाथ देवीकाहवनभी करे | देवी केनिर्माण मन्त्र के साथ सम्लित सामग्रीकी प्रतिदिन १०८ आहुति अबस्य दें| इस प्रकार देवीकेनिर्माणमन्त्रका०९दिन जाप एवंसप्तसतीके ०८ पाठ कर नॉवे पाठ के साथ हवन कराये एवं कन्यायो कोभोजन कराकर माँ भगवतीका आशीवाद लें| नौदिन खानपीन सयम आचरणका ध्यानरखे| माँ भगवती क्रपा अब्स्य करेगी | मंगल भवन  अमंगल  हारी, द्र्वयु सो  दशरथ  अजर बिहारी | दीन दयाल  विरद  सम भारी,  

भारत पाक युद्ध

पाक के साथ युद्ध होना संभव इन दिनों गुरु जैसा ग्रह बक्री है| ज्योतिषमें गुरुकानूनका कारक है| एवं राहू जैसे ग्रह सूर्य की राशी सिंह में है| पक्स्थान की राशी कन्या है जिसमेंसूर्यकागोचर चल रहा है | कन्या राशीकीकुंडलीमें सिंह राशीका राहू बंधन बनताहै| अत यहसमय पाकिस्थान केलिए बिल कुल ठीक नहीं है | इसकेसाथसाथ राहू जैसाग्रह को ज्योतिष में मलक्ष ग्रह एवं इस्लाम काकारकमानागया है | अत राहू कासिंहराशीमें होना पाकिस्थानके लिए बिकूलठीकनहीं है| इस के साथ साथ मंगल अपनी उच्चराशी कात्याग कर गुरुकी राशी धनुमें है जो इन् दिनों बक्री है| अतदोनोंदेशोमें कानूनव्यवस्था बिगड़ेगी सेना अपना कार्य करगी | लेकिनयहयुद्ध अति भायनक नहीं होगा क्योकि वुधजैसे ग्रह के मार्गी होने के कारन बीचबीच में बीराम स्थतिहोगी| इसकेसाथ साथ इसयुद्ध बुधकेकरक तत्व जिन्हेंसमझोता मेंव्यापर अदि गति विधि समझोते एवं एकदुसरेदेशको आर्थिक रूपसे कमजोर करना मिडिया केमाध्यमसे एक दुसरे के भयनकआलोचक बना रहना| यानियह युद्ध एसा युद्धहोगा जो शास्त्रएवंसैनिकबल पर अकेलाही नहीं एनी कूटनीतियोंकासहारा लेना अति अबस्य्क होगा| यह युद्ध पा

निरंतर बढ़ेगा आतंकबाद का शाया

निरंतर बढ़ेगा आतंककाशाया इनदिनोंराहू जैसा मलक्ष सूर्यकी राशीसिंहमें गोचर क्ररहाहै एवं सिंहराशीकास्वमीसूर्य कन्याराशी में आगयाहै जो वुधएवं गुरुजैसे शुभग्रहोंके साथ है|एवं बलएवं सेना काकारक मंगलभी शनिकेसाथ अपनीराशी वर्श्चिक में है अत इनदिनों दोराशी सिंहएवं वर्श्चिक पर ग्रहणयोग बना होया है | जिससे सरकारएवं सेना दोनोंको शंक्त उठाने पड़ेगे एवं आतंकबादीभारी गतिवुधियोकासामनाकरना पड़ेगा| अध्यपि सूर्यकाकन्याराशी में गुरुएवं बुधकेसाथहोना२३ सितम्बर२०१६ केबाद सरकारकीसफलता दर्शारही है | लेकिन इनदिनों सरकार को आतंकबादको ख़त्मकरने केलिए एडीचोटी काजौरलगानाहोगा| इनदिनों जोग्रहोंकागौचर बनाहूआ है उससे युद्धकीसम्भावना अधिक दिखालायीदेरही है|एवं पक्स्थानको करारी हार कामुकबला करनापड़ेगा|लेकिन भारतकोकाफीधनजनकी हानि झेलनीहोगी| इस में कोईसंदेहनहीं है| -- मंगल भवन  अमंगल  हारी, द्र्वयु सो  दशरथ  अजर बिहारी | दीन दयाल  विरद  सम भारी,   हरयो  नाथ  मम शंकट भारी .||. Pt.Shriniwas Sharma Mo:9811352415                                                       http:// vedicastrologyandvaastu. blogspot.co

समाज एवं सरकार में व्याप्त भ्रष्टाचार

--  देश में समाजएवं सरकार मेंव्याप्तभ्रष्टाचार आज गरीब नागरीकोके जनजीवनको तह्श नहशकरनेलगा है | आज भ्रष्टाचार उस दीमककी तरह समाज एवं सरकार दोनों में इस प्रकारव्याप्त कीगरीब इमानदारव्यक्तिका जन जीवन पूरीतरह तहसनहस करदिया है| आज भ्रष्टाचार के चलतेकिसीराजनेता ,अधिकारी, वकील न्यायधीश पुलिसअधिकारी जो उच्च होदो पर बेठे है जिनसे एक आम नागरिको भारी उमीदहोनी चाहिए वहा भय व्याप्त है| आजइस देशका गरीब आदमी देशकी व्यवस्थापर भरोसा तोनही कर पा रहा है| बल्किभयभीत है| यदपि भ्रष्टाचार नेदेशकीव्यवस्थाकाबुराहाल बनारखा है | लेकिन पुलिसएवन्यायव्यवस्था इनसभीमें सबसे अधिक चौकानेबाली सिद्धहोती है| जिसकी जरूयत समाजको सबसे अधिकहोती है| जबकोई गरीब व्यक्ति कानूनकेपचड़ेमें फंसता है | तब न्यालयमें बेठेन्यायधीश में वह भगवान का रूपदेखता है और वहयह भूलजता है कि इंसानियतका गलाघोटने बाले सेतान देशके न्यालयोमें भी बिराजमान है | जिसकेबल पर ब्यरोक्रसी बेठे लोग निर्भीक होकर भ्रष्टाचार करते रहते है | आजदेश के गरीबव्यक्ति को देशकी अदालतोंसे तारिख हीमिलती है न्यायनहीं| औरइसव्यवस्थामें हरअवस्थामें बकील ह

सिद्ध विनायक गणेश चतुर्थी के दर्शन निषेध

सिद्धविनायक गणेशचतुर्थीकोचन्द्रदर्शन निषेद सिद्ध विनायक गणेशचतुर्थी हिन्दूओकाबड़ा पावनपर्व है | महाराष्टके साथसाथ पुरेहिन्दुस्थानमें गणेशपूजनकीधूममचीरहती है| यहदिनसभी कामनायोकोपूरणकरने बाला माना जाता है| लेकिनभूलक्रभी अपनेरात्रिमें इसतिथिको चन्द्रदर्शनकर लिए तोआपको कोईनकोईकलकअबस्य लगजायेगा इसमें कोईसंदेह नहीं है| भगवतपूरण के अनुसार भगवान श्रीक्रष्ण पर मणि चोरीका आरोप इसीदिन चन्द्र दर्शनके कारनलगाथा जो सत्यभामाकेपिता सत्यजीत द्वारलगयागयाथा|जबभगवान श्री क्रष्णद्वरा जम्बंत जीकेपास सेमणिलाकरदेदीथी |जिसकेकारनसत्यजितकोबनीशर्मादगी हूईएवं उस ने अपनीबेटीकाविवहा भगवान् श्रीक्रष्णसे क्रदियाथा| बादमें यहपायागया यहसारी घटना कलकचौथके चन्द्रदर्शन केकारनहूआ| इसके साथसाथ मानस में भीइसका वररन मिलता है |जबआप मानस केपंचमशौपन सुंदरकांडमें प्रवेशकरते है | वहापर मंदोदरी लंकादेहन केबादअपनेपति रावणको सीताको राम को वापिसदेने एवंचौथकेचन्द्र की तरह त्यागदेने कीसलहादेती है| यानि इतनाख़राब होताहै कलकचतुर्थीकाचन्द्र अगरनइसके दर्शनकोई भूलक्र भी क्रलें तो भी वर्षकेअंदरकोईनकोईझूठाआरोप अबस्य लगेगा|