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Showing posts from June, 2015

पीपल के व्रक्ष के पूजन का महत्व

---------- Forwarded message ---------- From:  Shriniwas Sharma   सभी कामनाये पूर्ण करता है पीपल व्रक्ष का पूजन  हमारे शास्त्रों में पीपल को ब्रह्मण का स्वरूप माना गया है यानि हमारे शास्त्रों में तीन प्रकार के बरहमो  चर्चा है | जातीय मानब ब्रह्म  दूसरा गौ को पशुओ में ब्रह्म माना गया है |शास्त्रों को मन ना है को इन को नष्ट करने कष्ट पहुचाने से मनाब का भरी पताक लगता है जिस से उस का यह जन्म तथा आगे होने बाला जन्म ख़राब होता है |अगर हम प्रकति की बात करे तो इस स्रष्टि को संतुलित रखने में सबसे अधिक पीपल व्रक्ष का महत्व है |पीपल का व्रक्ष ही एसा व्रक्ष है जो रविवार को छोड़ शेष सभी दिन ओक्स्शिजन गैस मानवीय जीवन केलिए अब्स्यक है छोड़ते है |शेष पौधे २४ घंटो में से 12 घंटे ही ओक्स जन छोड़ते है इतना महत्व पूरण कार्य है वर्क्षो में पीपल का  भगवान् श्री क्रष्ण गीता में स्वय को वर्क्षो में पीपल बतलाते है | स्कन्द पुराण के अनुसार पीपल के व्रक्ष की जड़ में विष्णू तने में केशव शाखयो में नारायण तथा इस व्रक्ष के पत्तो में नारायण का बास है |अर्थात पीपल का व्रक्ष साक्षत विष्णू का स्वरूप है |इतना ही नही

विवाहिक बिलब को दूर करता है जानकी मंगल या पारवती मंगल का पाठ

Subject: कन्यायो के विवाहिक बिलब को दूर करता है पाठ जानकी मंगल या पारवती मंगल --  आज घर घर में कन्याओ के विवहा में अरचन की कहनी आम हो गयी है आज दहेज़ की कमी या योग्य वर न मिलने की स्थति में लड़कियो की अवस्था बड़ी हो जाती है तथा माता पिता को दिन रात चिन्ता बनी रहती है |अगर किसी तरह से बात बन जाये तो रिश्ता टूटना सहज या आम बात हो गयी है |इ सभी समस्याओ को माँ भगवती या माँ जानकी जी क्रपा से ही दूर किया जा सकता है |इन की क्रपा से ही विवहिकजीवन में बिलब की बाधा दूर होगी साथ ही साथ विवाहिक जीवन आनन्द दाई होगा इस में कोई संदेह नहीं है |अत साधक को शुक्ल पक्ष की पूरनमा या अष्टमी से निरंतर 11 दिन एक पाठ प्रत दिन के हिसाब से पाठ करना मंगल कारी होता है | इस अनुष्ठान में देवी के चित्र को सिंदूर लगाना तथा कपूर आरती करना न भूले एवं पंच उपचार से देवी का पूजन करना चाहिए |जो सभी कामनायो को पूरण करेगा कोहू न काहू क़र सुख दुःख दाता | निज कृत कर्म भोग फल पाता||   गरल सुधा रिपु करें  मिताई ,गोपद सिन्धु अनिल सितलाई . गरुण सुमेर रैन सम  ताहि ,राम कृपा कर चितवें जाहि  .. Pt.Shriniwas Sharma M

पचिमउत्तरी राज्यों को परेशानी

पशिम उत्तर राज्यों में कायम रहेगी अशांति  इस समय अषाढ़ अधिमास होने के कारणं जनता के लिए समय ठीक नहीं |फलस्वरूप आम आदमी पार्टी एवं केंद्र शासित पार्टी भा जा पा का आन्तरिक कलह बघेगा जो दिल्ली की जनता के विकाश कार्यो में बाधक होगा |इस के साथ साथ कर्क राशी में गुरु का गोचर होने के कारण पशमी उत्तर राज्यों में आन्तरिक कलह एवं अशांति होने के कारण केंद्र एवं राज्य सरकारों को काफी दिक्तो का सामना करना पड़ सकता है |जो राष्ट हित कर नहीं होगा  -- कोहू न काहू क़र सुख दुःख दाता | निज कृत कर्म भोग फल पाता||   गरल सुधा रिपु करें  मिताई ,गोपद सिन्धु अनिल सितलाई . गरुण सुमेर रैन सम  ताहि ,राम कृपा कर चितवें जाहि  .. Pt.Shriniwas Sharma Mo:9811352415                                                       http:// vedicastrologyandvaastu. blogspot.com/ www.aryanastrology.com Professional charges :Rs1100/Patri,...Prashan  Rs 500 Central bank a/c: SB no: CBIN0280314/3066728613

वर्षा का सन्देश

वुध के बक्री होने के कारण देरी से वर्षा के योग 08 जून २०१५ को वुध पूरब में बक्री हो रहा है |ज्योतिष में वुध प्रक्रति हवा अदि का कारक माना गया है |अत वुध के वक्री होने के कारण मानसून को नियत सथानो पर नियत समय में परेशानी होगी |फलस्वरूप समय पर किसानो के हित करने बाली वर्षा नहीं होगी |इस का मतलब यह नहीं वर्षा की कमी रहेगी लेकिन यह तो स्पष्ट है इस वर्ष भी ग्रामदेवता पर वर्षा समय पर मह्र्वान नहीं रहेगी -- कोहू न काहू क़र सुख दुःख दाता | निज कृत कर्म भोग फल पाता||   गरल सुधा रिपु करें  मिताई ,गोपद सिन्धु अनिल सितलाई . गरुण सुमेर रैन सम  ताहि ,राम कृपा कर चितवें जाहि  .. Pt.Shriniwas Sharma Mo:9811352415                                                       http:// vedicastrologyandvaastu. blogspot.com/ www.aryanastrology.com Professional charges :Rs1100/Patri,...Prashan  Rs 500 Central bank a/c: SB no: CBIN0280314/3066728613