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Showing posts from January, 2009

बराक हुसैन ओबामा : जन्म कुंडली विश्लेषण

बराक हुसैन ओबामा : जन्म कुंडली विश्लेषण वर्तमान समय में श्री ओबामा अमेरिका के राष्ट्रपति चुने गये हैं.उनका जन्म प्राप्त जानकारी के अनुसार ४अगस्त १९६१ सायंकाल ७बज्कर २४ मिनट पर होनोलूलू शहर में हुआ था। जिसका ज्योतिषीय विश्लेषण इस प्रकार है। हिंदू दर्शन के अनुसार ज्योतिष पूर्व जन्म के सिद्धांत व कर्मों पर भी निर्भर है। जिसका फल दशा द्बारा निर्धारित समय पर जातक को भोगना पड़ता है। ओबामा की कुंडली वैदिक ज्योतिष के अनुसार वृशिचक लगन तथा वृष राशि की है। जिसका नवांश द्वादेशेष तुला राशि से बनता है। जनम कुंडली में ग्रहों की स्थिति इस प्रकार है सूर्य कर्क राशि में चंदर वृष राशि में मंगल व राहू सिंह राशि में गुरु व शनि मकर राशि में केतु कुम्भ राशि में तथा बुद्ध कर्क राशि में हैं। कुंडली में सूर्य का राज योग है जो बुद्ध के साथ है। तीसरे घर में गुरु अपनी नीच राशि में शनि के साथ स्थित होकर नावें घर को देखता है। दसवें घर में मंगलराहू का ग्रहण योग है। वैदिक ज्योतिष के अनुसार इनकी कुंडली का विश्लेषण इस प्रकार है। १) जन्म कुंडली में नावें घर में बुद्ध सूर्य के एक साथ होने के कारण जातक चतुर अधिवक्त

दरवाजे की घंटी : वास्तुयी प्रभाव

दरवाजे की घंटी : वास्तुयी प्रभाव वास्तु शास्त्र के आधुनिक प्रचलन के अनुसार रहन सेहन के जीवन में जितना प्रभाव घर में रखे गए आधुनिक घरेलू यंत्रों का है उन सभी में सर्वाधिक महत्वापूर्ण स्थान दरवाजे की घंटी का है। सुरक्षा की दृष्टि से लगे गई दरवाजे की घंटी सुरक्षा व्यवस्था के साथ साथ हमारे रेहान सहन पर भी गहरा प्रभाव डालती है। इसलिए मनचाहे ढंग से दरवाजे की घंटी का प्रचलन दोष पूर्ण माना गया है। वास्तु के अनुसार अगर दरवाजे की घंटी तीव्र ध्वनि के साथ बजने वाली है तो उससे उत्पन्न नकारात्मक उर्जा निश्चय ही हमें मानसिक तनाव देगी। फलस्वरूप हमारे पुरे दिन के कार्यों पर नकारात्मक विपरीत प्रभाव पडेगा। मन की वृत्ति पर नकारात्मक प्रभाव पड़ने के कारण मानसिक रूप से चिड चड़ा होना तथा मानसिक तनाव में आना दोनों ही बातें सम्भव हैं। अतः आप के दरवाजे की घंटी तीव्र ध्वनि से बजने वाली न हो। इस के साथ साथ लंबे समय तक लगातार बजने वाली दरवाजे की घंटीओं के कारण भी वास्तु दोष उत्पन्न होता है। लंबे समय तक लगातार बजनेवाली घंटी भले ही उसकी ध्वनि मधुर सुर वाली हो परिवार में तनाव का वातावरण पैदा केर उसके विकास का

Papillon:analysis of his life as per vedic astrology

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Papillon:analysis of his life as per vedic astrology This analysis is based on Papillon's birth chart saying that he was born on 16th Nov.1906 ar 9AM in st.Entienne in france.

विजिटिंग कार्ड:वास्तु प्रभाव

वास्तु शास्त्र में आपके रहने बसने की सुविधा के साथ साथ भवन में रखे जाने वाले आधुनिक यंत्र तथा व्यापार को प्रभावित करने वाले सभी साधनों का विशेष महत्व है.आधुनिक समय में व्यापार में विजिटिंग कार्डों का प्रचलन महत्वपूर्ण बन गया है। फलस्वरूप आधुनिक व्यापार विजिटिंग कार्डों के माध्यम से ही प्रभावित होने लगा है। इसीलिए यह आवश्यक है कि व्यापार में सफलता प्राप्त करने के लिए हमारा विजिटिंग कार्ड वास्तु के नियमानुकूल हो जिस से हमें सकारात्मक उर्जा प्राप्त हो सके । यदि आपका विजिटिंग कार्ड वास्तु अनुकूल रंग एवं आकर्षित बना हुआ है तो निश्चय ही आपके व्यापार को बढावा मिलेगा.इसके विपरीत आकर्षण विहीन विजिटिंग कार्ड जो वास्तु के नियम विपरीत बना हुआ है धीरे धीरे निश्चय ही आप के व्यापार पर नकारात्मक प्रभाव देगा तथा आपको व्यापार में असफलता का सामना करना पड़ेगा अतः यह नितांत आवश्यक है कि विजिटिंग कार्ड बनवाने से पहले वास्तु अनुसार उसमें अनुकूल रंग एवं डिजाईन कि जांच कर ली जाए। वास्तु अनुसार विजिटिंग कार्ड के बारे में वास्तु विदों का विचार निन्वत इस प्रकार है:- १। आप का विजिटिंग कार्ड सुंदर एवं आकर्षक होना च

उत्तर-पूर्व में खुला भवन -प्रसन्नता देता है

उत्तर - पूर्व में खुला भवन - प्रसन्नता देता है वास्तु अनुसार पूर्व व उत्तर में किसी भवन का खुला होना अत्यन्त आवश्यक है कुओंकी सूर्य के पुर्व में उदय के कारण सम्पूरण ऊष्मा पूरब से ही प्राप्त होती है . जो मानवीय जीवन के चाहू विकास के लिए परम आवश्यक है । किसी भवन में अगर सूर्य का प्रकाश नहीं आता है या कम मात्र में आता है या फिर दोपहर के बाद आता है तो निश्चय ही उस परिवार के सदस्यों में बीमारियाँ हो जायेंगी तथा अशांति और आलस्य का जीवन परिवार में बन जायेगा । फल स्वरुप भवन में रहने वाले सभी सदस्यों का विकास रुक जायेगा अगर किसी भवन का पूर्वी भाग खुला हुआ है तो भवन में प्रयाप्त मातृ में प्रकाश मिलने के कारण पारिवारिक लोग उद्यम शील तथा अपने विकास कार्यों में सफल होंगे । शुभफल प्रदान करने वाले होंगे । अगर उत्तर पूर्व दिशा ( ईशान ) में शौचालय या रसोई घर है तो उसकी शुभता कम हो जाने के कारण पारिवारिक जीवन पर नकारात्मक प्रभाव पड़ेगा । इसलिए यह निता

सुंदर कांड का मानव जीवन पर प्रभाव

सुंदर कांड का मानव जीवन पर प्रभाव राम चरित मानस हिंदू दर्शन का ऐसा सदग्रंथ है जिसके रहस्य मानव जीवन में मर्यादा पूर्ण तो हैं ही इसके साथ सभी भावः बाधाओं को काटने वाली अचूक औषधि भी है । कहा जाता है इस मर्मज्ञ मानस के रचियता पूज्यपाद गोस्वामी तुलसीदास जी ने कल काल की सामजिक परिस्थिति तथा मानवता को ध्यान में रख कर की , हिंदू दर्शन का यह पहला अध्भुत सद ग्रन्थ है जो हिन्दी भाषा में लिखा गया तथा थोड़े ही समय में अत्यन्त लोक प्रिय भी हो गया इस मानस के पठान पाठन से मनुष्य की मर्यादा स्थापित होने के साथ साथ ग्रह बाधा एवं भव बाधा दोनों समाप्त हो जाती हैं . गोस्वामी तुलसीदास जी नें अंजनिपुत्र हनुमंत लाल जी को अपना गुरु मानते है इस सद ग्रन्थ की रचना उन्हीं के निर्देशन पर की । इस राम चरित रूपी सरोवर की गोस्वामी तुलसीदास जी ने सरोवर में उतरने हेतु सात सीडियों की सथापना की । इनको कांडों के नाम से जाना जाता है । इन सभी कांडों में सबसे